“…जो परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम प्रस्तुत करता है। भक्त गणेश जी के दरबार में पहुँचकर न सिर्फ़ अपनी मनोकामनाएँ व्यक्त करते हैं, बल्कि संस्कृति और आस्था का जीवंत अनुभव भी करते हैं। गणेश उत्सव इसी भाव के साथ समाज को जोड़ता है और आनंद के साथ भक्ति का अद्भुत वातावरण रचता है।”
