गोवा के कैंडोलिम क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती घटनाओं और यातायात नियमों के प्रति लोगों की लापरवाही को देखते हुए कैंडोलिम पंचायत और ट्रैफिक पुलिस ने मिलकर एक विशेष
सामुदायिक सड़क सुरक्षा कार्यक्रम की शुरुआत की है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य स्थानीय निवासियों, पर्यटकों और वाहन चालकों में यातायात नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करना है।
पिछले कुछ वर्षों में गोवा, खासकर तटीय इलाकों जैसे कैंडोलिम और कलंगुट में पर्यटकों की संख्या लगातार बढ़ी है। इसके चलते यहां यातायात का दबाव भी तेजी से बढ़ा है। स्थानीय पुलिस के अनुसार, सड़क दुर्घटनाओं के प्रमुख कारण हैं:
तेज़ रफ़्तार से गाड़ी चलाना शराब पीकर वाहन चलाना बिना हेलमेट या सीट बेल्ट के यात्रा करना गलत जगह पर गाड़ी पार्क करना पैदल यात्रियों की अनदेखी करना
यही वजह है कि पंचायत और पुलिस प्रशासन ने मिलकर एक ऐसा कार्यक्रम तैयार किया, जिसमें समुदाय की भागीदारी से सड़क सुरक्षा को मजबूत किया जा सके।
इस कार्यक्रम में पंचायत, ट्रैफिक पुलिस, स्कूल-कॉलेज, टैक्सी यूनियन और स्थानीय सामाजिक संगठनों को शामिल किया गया है। इसके अंतर्गत निम्नलिखित गतिविधियाँ की जा रही हैं:
जागरूकता अभियान –
पंचायत भवन और सार्वजनिक स्थलों पर पोस्टर, बैनर और डिजिटल स्क्रीन के माध्यम से यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी।
स्कूल और कॉलेज स्तर पर कार्यशालाएँ –
छात्रों को सड़क सुरक्षा के महत्व, ट्रैफिक सिग्नल, हेलमेट और सीट बेल्ट की अनिवार्यता पर प्रशिक्षित किया जाएगा।
हेलमेट और सीट बेल्ट चेकिंग –
पुलिस सख्ती से बिना हेलमेट दोपहिया वाहन चलाने वालों और बिना सीट बेल्ट कार चलाने वालों पर जुर्माना लगाएगी।
टूरिस्ट गाइडेंस प्रोग्राम
चूंकि कैंडोलिम में बड़ी संख्या में विदेशी और भारतीय पर्यटक आते हैं, इसलिए पर्यटन स्थलों पर अंग्रेज़ी और स्थानीय भाषाओं में सुरक्षा संदेश प्रदर्शित किए जाएंगे।
सामुदायिक स्वयंसेवक दल –
पंचायत की मदद से स्थानीय युवाओं को स्वयंसेवक बनाया जाएगा, जो व्यस्त चौराहों और स्कूल क्षेत्रों में लोगों को सुरक्षित पार करने और नियमों का पालन करने में मदद करेंगे।
ड्राइवर ट्रेनिंग और काउंसलिंग –
टैक्सी और ऑटो चालकों को सड़क पर अनुशासन और सुरक्षित ड्राइविंग के लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कैंडोलिम पंचायत के सरपंच ने बताया कि यह कार्यक्रम केवल जुर्माना लगाने या कार्रवाई करने के लिए नहीं है, बल्कि लोगों को यह समझाने के लिए है कि सड़क सुरक्षा उनके जीवन और परिवार की सुरक्षा से जुड़ी है।
वहीं ट्रैफिक पुलिस अधिकारी ने कहा, “सड़क सुरक्षा तभी संभव है जब हर नागरिक जिम्मेदारी समझे। केवल पुलिस की कार्रवाई से बदलाव नहीं आएगा, बल्कि लोगों की सक्रिय भागीदारी भी ज़रूरी है।”
स्थानीय दुकानदारों का कहना है कि अगर यातायात नियमों का पालन किया जाएगा, तो बाजार क्षेत्र में जाम की समस्या कम होगी।स्कूलों के शिक्षकों ने बताया कि बच्चों को छोटी उम्र से ही ट्रैफिक अनुशासन की जानकारी दी जानी चाहिए ताकि वे भविष्य में अच्छे नागरिक बन सकें।पर्यटकों ने भी इस कदम का स्वागत करते हुए कहा कि गोवा की सड़कों पर अगर सुरक्षा नियम और सख्ती से लागू होंगे तो यह राज्य पर्यटकों के लिए और भी सुरक्षित गंतव्य बनेगा।
कार्यक्रम का सबसे बड़ा उद्देश्य आने वाले एक वर्ष में कैंडोलिम क्षेत्र में सड़क दुर्घटनाओं को कम से कम 30% तक घटाना है। पंचायत और ट्रैफिक पुलिस इसके लिए समय-समय पर समीक्षा बैठकें करेंगी और ज़रूरत पड़ने पर नई रणनीति भी लागू करेंगी।
कैंडोलिम पंचायत और ट्रैफिक पुलिस की यह संयुक्त पहल सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यदि स्थानीय लोग, पर्यटक और वाहन चालक इस कार्यक्रम का समर्थन करेंगे और यातायात नियमों का पालन करेंगे, तो निश्चित रूप से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और क्षेत्र एक सुरक्षित और अनुशासित उदाहरण पेश करेगा।









