गोवा सरकार ने फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड को लॉटरी संचालन में गड़बड़ी के लिए कड़ी फटकार लगाई है। कंपनी ने निर्धारित चार ड्रा की बजाय केवल एक ड्रा प्रतिदिन आयोजित किया, जबकि सरकार को चार ड्रा के लिए प्रतिदिन ₹12,000 की राशि नियमित रूप से दी जाती रही। इसके अतिरिक्त, कंपनी ने प्रति वर्ष ₹5 करोड़ का न्यूनतम राजस्व भी सरकार को सुनिश्चित किया था। हालांकि, जब यह गड़बड़ी उजागर हुई, तो फ्यूचर गेमिंग ने कमजोर बाजार स्थितियों और ग्राहकों की कम प्रतिक्रिया का हवाला देते हुए लॉटरी की बिक्री बंद कर दी। सरकार ने स्पष्ट किया कि इससे राज्य के खजाने को कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन लॉटरी का उचित प्रचार नहीं किया गया। सरकार ने इस मामले में नए टेंडर जारी करने या नए एजेंट की नियुक्ति का कोई निर्णय नहीं लिया है।
इससे पहले, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने फ्यूचर गेमिंग और उसके विभिन्न उप-वितरकों के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ₹409.92 करोड़ की संपत्तियां जब्त की थीं। ईडी ने आरोप लगाया था कि कंपनी और उसके उप-वितरकों ने अवैध रूप से बिके नहीं गए लॉटरी टिकटों को अपने नाम से रजिस्टर कर बड़े पुरस्कार जीतने का प्रयास किया था। इसके अलावा, बिक्री से प्राप्त राशि को बिना सरकारी अनुमति के उपहारों और प्रोत्साहनों में वितरित किया गया था।









