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गोवा में महिलाओं को बड़ा तोहफ़ा: ई-बसों में स्मार्ट ट्रांज़िट कार्ड से अब आधा किराया

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गोवा सरकार ने महिलाओं के लिए एक अहम और सराहनीय पहल की शुरुआत की है। अब राज्य की ई-बसों में सफर करने वाली महिलाएँ स्मार्ट ट्रांज़िट कार्ड का उपयोग करके 50% यानी आधा किराया अदा करेंगी। इस फैसले से न केवल महिलाओं को आर्थिक राहत मिलेगी, बल्कि उन्हें सार्वजनिक परिवहन का अधिकतम लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहन भी मिलेगा।

गोवा पर्यटन के साथ-साथ शिक्षा और रोज़गार के लिए देशभर से आने वाले लोगों का केंद्र रहा है। लेकिन यहाँ के नागरिकों, खासकर महिलाओं के लिए सुरक्षित, सुलभ और किफ़ायती परिवहन हमेशा एक बड़ी आवश्यकता रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए सरकार ने पहले ई-बसों को सड़कों पर उतारा और अब महिलाओं के लिए किराए में 50% की छूट देकर एक और कदम आगे बढ़ाया है।

इस योजना के तहत महिलाओं को ई-बसों में यात्रा करते समय अपने स्मार्ट ट्रांज़िट कार्ड का इस्तेमाल करना होगा। कार्ड को पहले से रिचार्ज करके रखा जा सकता है, और जब महिला बस में चढ़ेगी तो वह सिर्फ कार्ड टैप करके किराया अदा कर सकेगी।

सामान्य किराए की तुलना में महिला यात्रियों से 50% ही कटौती होगी।नकद पैसे की झंझट खत्म हो जाएगी।तेज़ और सुरक्षित लेन-देन सुनिश्चित होगा।

इस सुविधा से महिलाओं के जीवन में कई सकारात्मक बदलाव आएंगे:

आर्थिक राहत – रोज़ाना बस से आने-जाने वाली महिलाओं के लिए किराए का आधा होना सीधा लाभ है। लंबे समय में यह बड़ी बचत साबित होगी।सुरक्षा की गारंटी – नकद लेन-देन कम होने से यात्रा और सुरक्षित होगी। साथ ही ई-बसों में सीसीटीवी और आधुनिक तकनीक से महिलाओं को सुरक्षा का भरोसा भी मिलेगा।स्वावलंबन की ओर कदम – अब महिलाएँ बिना किसी पर निर्भर हुए आसानी से यात्रा कर पाएँगी।

ई-बसें स्वयं में पर्यावरण मित्र (Eco-friendly) हैं। डीज़ल और पेट्रोल से चलने वाले वाहनों की तुलना में ये बसें प्रदूषण कम फैलाती हैं। महिलाओं को किराए में छूट देकर सरकार ने अप्रत्यक्ष रूप से उन्हें इन ई-बसों का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया है। इससे भविष्य में प्रदूषण घटाने और हरे-भरे गोवा के निर्माण में योगदान मिलेगा।

गोवा सरकार का कहना है कि इस कदम का मुख्य उद्देश्य महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना और उन्हें सार्वजनिक परिवहन से जोड़ना है। इससे निजी वाहनों पर निर्भरता कम होगी और यातायात दबाव में भी कमी आएगी।
साथ ही यह योजना राज्य में नारी सशक्तिकरण और जेंडर समानता की दिशा में एक मजबूत पहल मानी जा रही है।

हालाँकि यह योजना हाल ही में लागू हुई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि:

महिलाओं की ई-बसों में यात्रा करने की संख्या में 30-40% की वृद्धि होगी।निजी गाड़ियों का उपयोग करने वाली महिलाएँ भी अब सार्वजनिक परिवहन की ओर आकर्षित होंगी।यह सुविधा ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों की महिलाओं के लिए लाभकारी साबित होगी।

कॉलेज जाने वाली छात्राओं ने इसे राहत भरा कदम बताया है। उनका कहना है कि रोज़ाना यात्रा का खर्च अब आधा हो गया है।कामकाजी महिलाएँ मानती हैं कि इससे उनकी मासिक बचत बढ़ेगी और यात्रा का अनुभव भी सुविधाजनक होगा।सामाजिक संगठनों ने सरकार को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह योजना महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से सहायक है और इससे उन्हें समान अवसर मिलेंगे।

विशेषज्ञों का सुझाव है कि इस योजना को सफल बनाने के लिए:

स्मार्ट ट्रांज़िट कार्ड की उपलब्धता हर जगह सुनिश्चित होनी चाहिए।महिलाओं को कार्ड रिचार्ज करने के आसान विकल्प मिलें।ग्रामीण क्षेत्रों में भी ई-बस सेवा का विस्तार हो।अन्य वर्गों, जैसे छात्र और वरिष्ठ नागरिकों, के लिए भी ऐसे ही कदम उठाए जाएँ।

गोवा सरकार का यह कदम महिलाओं के लिए सुरक्षित, सुलभ और किफ़ायती यात्रा सुनिश्चित करता है। ई-बसों में स्मार्ट कार्ड से आधा किराया केवल आर्थिक सुविधा नहीं, बल्कि नारी सशक्तिकरण, समान अवसर और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम है।

इस योजना से महिलाओं के आत्मविश्वास में वृद्धि होगी, उनकी गतिशीलता बढ़ेगी और वे समाज की मुख्यधारा में और मज़बूती से जुड़ सकेंगी। यह केवल एक परिवहन नीति नहीं, बल्कि समाज के समग्र विकास की दिशा में बढ़ाया गया दूरदर्शी कदम है।

Goa Khabar Nama
Author: Goa Khabar Nama

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