गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने हाल ही में कदंबा ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन लिमिटेड (KTCL) को लेकर बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कदंबा बस सेवा केवल एक परिवहन साधन नहीं है, बल्कि यह गोवा की जीवनरेखा है, जिसने दशकों से लाखों लोगों को सुरक्षित, सुलभ और किफायती यात्रा उपलब्ध कराई है। मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि आने वाले समय में KTCL को पूरी तरह डिजिटल स्वरूप में बदला जाएगा, ताकि यात्रियों को आधुनिक सुविधाओं के साथ बेहतर यात्रा अनुभव मिल सके।
कदंबा ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन की बसें गोवा के हर कोने तक पहुँचने का साधन हैं। गाँवों से शहर तक, स्कूल-कॉलेज के छात्र, नौकरीपेशा लोग, पर्यटक और आम जनता – सभी कदंबा बसों पर निर्भर रहते हैं। मुख्यमंत्री ने इसे “गोवा की धड़कन” बताते हुए कहा कि राज्य के सामाजिक और आर्थिक विकास में कदंबा का अहम योगदान रहा है।
मुख्यमंत्री सावंत ने जानकारी दी कि जल्द ही KTCL यात्रियों को डिजिटल टिकटिंग, QR कोड आधारित भुगतान प्रणाली, ऑनलाइन बुकिंग और मोबाइल एप जैसी सेवाएँ प्रदान करेगी। इसका उद्देश्य है कि यात्रियों को कैशलेस और झंझट-मुक्त यात्रा का अनुभव मिले। इस पहल के तहत सभी बस स्टॉप और डिपो को डिजिटल उपकरणों से लैस किया जाएगा।
डिजिटल प्रणाली लागू होने के बाद यात्रियों को कई सुविधाएँ मिलेंगी:
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मोबाइल से टिकट बुकिंग और भुगतान
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बसों की रीयल-टाइम ट्रैकिंग
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छात्र और वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिजिटल पास
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लंबी कतारों और नकदी लेन-देन से मुक्ति
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि सरकार का उद्देश्य केवल परिवहन को आधुनिक बनाना नहीं, बल्कि इसे पर्यावरण-हितैषी और समय की बचत करने वाला तंत्र बनाना है। डिजिटलाइजेशन से भ्रष्टाचार पर भी रोक लगेगी और बस संचालन अधिक पारदर्शी होगा।
कई नागरिकों और छात्रों ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका मानना है कि यदि डिजिटल टिकटिंग और ट्रैकिंग सिस्टम प्रभावी रूप से लागू किया गया तो यात्रा आसान और सुरक्षित होगी। खासकर पर्यटन के दृष्टिकोण से, यह कदम गोवा आने वाले यात्रियों को भी एक सकारात्मक अनुभव देगा।
KTCL जल्द ही इलेक्ट्रिक बसों की संख्या भी बढ़ाएगी, जिससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी। सरकार का लक्ष्य है कि आने वाले वर्षों में कदंबा पूरी तरह हरित और डिजिटल परिवहन प्रणाली बन जाए।
मुख्यमंत्री की यह घोषणा गोवा के परिवहन तंत्र में नई क्रांति का संकेत है। जिस प्रकार कदंबा बसें वर्षों से जनता की सेवा कर रही हैं, अब डिजिटलाइजेशन और आधुनिक तकनीक के साथ यह सेवा और भी सुलभ, सुरक्षित और पारदर्शी बनने जा रही है। निस्संदेह, यह कदम गोवा को एक स्मार्ट और आधुनिक राज्य की ओर ले जाएगा।








