फॉरवर्ड पार्टी ने बुधवार को रामा कांकणकर पर हुए हिंसक हमले की कड़ी निंदा की और राज्य सरकार से तत्काल न्याय सुनिश्चित करने की मांग की। पार्टी के प्रवक्ता ने कहा कि ऐसे हमले लोकतांत्रिक अधिकारों और नागरिक सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा हैं।
पार्टी ने कहा कि रामा कांकणकर वर्षों से सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रही हैं और उनकी आवाज को दबाने का यह प्रयास लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि इस घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जाए तथा दोषियों को जल्द से जल्द कानून के तहत सजा दिलाई जाए।
फॉरवर्ड पार्टी ने नागरिकों से भी अपील की कि वे ऐसे हिंसक और असामाजिक घटनाओं के खिलाफ एकजुट हों और न्याय की मांग में सक्रिय भागीदारी करें। पार्टी ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने त्वरित कार्रवाई नहीं की, तो वह इस मुद्दे को संसद और राज्य विधानसभा में भी उठाएगी।
इस हमले ने न केवल राजनीतिक कार्यकर्ताओं की सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि आम जनता में भी डर और चिंता पैदा की है। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि ऐसे हमले लोकतांत्रिक संस्थानों की स्थिरता और स्वतंत्र विचारधारा पर भी असर डाल सकते हैं।









